Mera Pani Meri Virasat Yojana 2022: हरियाणा राज्य में कई जगह ऐसे है जहाँ पानी की कमी अधिक है, और वहां पर धान वाली फसल को उगने के लिए उचित पानी की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में हरियाणा सरकार ने एक नई योजना शुरू की है, इस योजना का नाम मेरा पानी मेरी विरासत है। इस योजना के माध्यम से ऐसे स्थान जहाँ पानी की कमी है तो उन स्थानों पर अन्य फसल उगने के विकल्प है जैसे कि मक्का, अरहर दाल, मुंग दाल, उड़द, तिल, कपास, सब्जी की फसल आदि की बुवाई कर सकते है। यदि आप इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रक्रिया जानना चाहते है तो आप इस लेख को अंत तक पढ़िए और Mera Pani Meri Virasat योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें।
Mera Pani Meri Virasat Yojana 2022 (मेरा पानी मेरी विरासत)
इस योजना के तहत सरकार द्वारा धान के अतिरिक्त अन्य वैकल्पिक खेती करने पर 7000 रूपये की प्रति एकड़ के लिए आर्थिक रूप से प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान रखा है। यह योजना पहले चरण में राज्य के 19 ब्लॉक में शामिल किया गया है, जहाँ भू जल की गहराई 40 मीटर से भी ज्यादा है। इसके अलावा 8 ब्लॉक में धान की फसल ज्यादा है जिसमे सीवन, गुहला, सिरसा, फतेहाबाद में रतिया, कुरुक्षेत्र में शाहाबाद, इस्माइलाबाद, पिपली, और बबैन भी शामिल है।
Haryana Mera Pani Meri Virasat Yojana के तहत ऐसे क्षेत्र शामिल किये गए है जहाँ 50 हार्स पावर से अधिक क्षमता वाले ट्यूबवेल का उपयोग हो रहा है वह भी शामिल किये गए है। राज्य के किसान इस योजना के तहत अन्य फसल की भी खेती कर सकते है वह अपने खेत में मक्का की फसल या अरहर दाल, या मूंग, उड़द, तिल, कपास, और सब्जी आदि की भी फसल भी ऊगा सकता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री का कहना है कि जिन ब्लॉक में 35 मीटर से नीचे पानी है उन जगहों पर धान की फसल उगाने पर अनुमति नहीं है। उन जगहों में अतिरिक्त फसल ऊगा सकते है।
Mera Pani Meri Virasat Yojana Overview
योजना का नाम | मेरा पानी मेरी विरासत योजना |
किसके द्वारा आरम्भ की गई | मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा |
लाभार्थी | राज्य की सभी किसान भाई |
उद्देश्य | धान के अतिरिक्त अन्य फसलों की बुवाई के लिए प्रोत्साहन |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
लाभ | 7000 रुपये से लेकर 10000 रुपये सालाना |
आधिकारिक वेबसाइट | agriharyanaofwm.com |
मेरा पानी मेरी विरासत योजना उद्देश्य
हरियाणा सरकार का योजना के जरिये मुख्य उद्देश्य है कि जिन इलाकों में पानी की समस्या अधिक है और वहां पर फसलों के लिए उचित पानी नहीं है तो उन जगहों पर धान के अतिरिक्त फसलें उगाई जाये। सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के किसानों को अपनी फसल का नुकसान न उठाना पड़ें और आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें। साथ ही किसानो को धान के अतिरिक्त फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहन करना। इसके तहत सरकार योजना के जरिये उन्हें 7000 रूपये प्रति एकड़ की राशि उन्हें दी जाने का प्रावधान है।
हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के लाभ
- हरियाणा सरकार द्वारा इस योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य के लोगो के लिए ही है।
- अब जिन जगहों पर पानी की समस्या है उन जगहों पर मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास और सब्जी की फसल की जा सकती है।
- इन फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ले सकते है।
- अब मशीनरी प्रदान करने के साथ सूक्ष्म सिंचाई और ड्रिप सिंचाई के लिए 80 % का अनुदान दिया जायेगा।
- अब योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण ऑनलाइन कर दिया गया है।
मेरा पानी मेरी विरासत योजना पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान भाई को हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए। और उसके पास सभी जरुरी दस्तावेज होने चाहिए। इसके अलावा उसके पास खेती से संबंधित कागज भी होने चाहिए।
मेरा पानी मेरी विरासत योजना जरुरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पैन कार्ड
- वोटर आईडी
- कृषि योग्य भूमि के कागज़ात
- बैंक खाता संख्या
- फोटो (पासपोर्ट साइज)
- मोबाइल नंबर
Mera Pani Meri Virasat Yojana में ऑनलाइन आवेदन
- सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। आधिकारिक वेबसाइट का लिंक http://www.agriharyanaofwm.com/ है।
- अब आपके सामने होमपेज ओपन होगा जिसमे आपको “किसान पंजीकरण करे” विकल्प का चुनाव करना है।
- इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक पेज ओपन होगा।
- इस पेज में आपको आवेदन फॉर्म दिखाई देगा।
- इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारी जैसे कि वित्तीय वर्ष , योजना जिला , ब्लॉक , किसान का नाम , पिता या पति का नाम , माता का नाम मोबाइल नंबर आदि भरना होगा।
- अब आपको इस आवेदन फॉर्म में सभी दस्तावेजों को फोटो कॉपी साथ में अपलोड कर देनी है।
- सभी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना है।
- इस तरह आप धान अतिरिक्त वैकल्पिक खेती के लिए प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन सफलतापूर्वक कर देंगे।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। या आप http://117.240.196.237/alternateCropRegistration.aspx इस लिंक ओपन करना है।
- जैसे ही आप इस लिंक को ओपन करते है तो आपके सामने एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म ओपन हो जायेगा।
- इस आवेदन फॉर्म में आपको Aadhar No., General Details (सामान्य विवरण), Farmer’s Details (किसान का विवरण), Current Year Crop Details (Kharif 2020-21), आदि भरना है।
- अब आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना है।
- इस तरह आप बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
Aadhar card copy अपलोड करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://117.240.196.237/Default.aspx पर जाना है।
- इसके बाद आपके सामने होम पेज ओपन होगा जिसमे आपको “Upload copy of Aadhaar Card” के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने एक पेज ओपन होगा जिसमे एक फॉर्म दिखाई देगा।
- आप इस फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरनी है जैसे कि Financial Year, योजना ,और किसान क्रमांक डालना है।
- इसके बाद आप सर्च विकल्प पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने एक फॉर्म ओपन होगा जिसमे आपको मूल स्थान विवरण, किसान का विवरण भरना है।
- अंत में आपको आधार कार्ड की स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करनी है।
- इसके बाद आप सबमिट बटन पर क्लिक करना है।
Mera Pani Meri Virasat Yojana हेल्पलाइन नंबर
Agriculture and Farmers Welfare Department
Krishi Bhawan, Sector 21, Panchkula
E-mail: [email protected], [email protected]
Helpline Number: 1800-180-2117
Tel.: 0172-2571553, 2571544
Kisan Call Centre:18001801551
Fax: 0172-2563242