MP E Uparjan Portal: हमारे देश के किसान पूरी दुनिया के लिए अन्नदाता के रूप में जाने जाते हैं। किसानों द्वारा जो फसलें उगाई जाती हैं, वह दुनिया भर में बेची जाती हैं, क्योकि यहाँ फसलों का उत्पादन अधिक मात्रा में किया जाता है। इसलिए तो भारत देश को कृषि प्रधान देश और इससे सोने की चिड़िया भी कहा जाता है। सरकार द्वारा समय समय पर किसानो के लिए कई सारी योजनाए भी चलाई जा रही है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है, जिससे किसान अपनी खेती के उत्पादन में वृद्धि ला सके,और अपनी पारिवारिक जीवन को खुशहाल बना सकें।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानो की आय में वर्द्धि करने के लिए एक पोर्टल शुरू किया गया है, जिसका नाम मध्य प्रदेश उपार्जन पोर्टल है। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश उपार्जन पोर्टल के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी। आप हमारे साथ बने रहिए और इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
MP E Uparjan Portal 2022-23 (एमपी ई-पंजीयन ऑनलाइन )
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए एक नया पोर्टल लांच किया है। इस पोर्टल के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि होगी। ई उपार्जन पोर्टल के माध्यम से किसान खरीफ सीजन/रवि सीजन की फसल को समर्थन मूल्य पर बेच सकता है, इसके लिए किसानों को उपार्जन पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। ई उपार्जन पंजीकरण के लिए आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करा सकता है। पहले आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन हुआ करती थी, इस बार भी ऑनलाइन ही है लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि पिछ्ले साल पंजीयन कृषि उपज मंडी के माध्यम से किया जाता था, लेकिन अब किसान घर बैठे ऑनलाइन ही अपना आवेदन के लिए पंजीयन कर सकता है।
MP E Uparjan Portal Overview
योजना का नाम | मध्य प्रदेश ई उपार्जन (MP E Uparjan) |
किसने शुरू की | मध्य प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | मध्य प्रदेश के किसान |
उद्देश्य | समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए आवेदन करना |
आधिकारिक वेबसाइट | mpeuparjan.nic.in |
साल | 2022 |
एमपी ई-उपार्जन पोर्टल का उद्देश्य
MP E Uparjan Portal का मुख्य उद्देश्य है कि किसान अपनी फसलों को उचित समर्थन मूल्य पर बेच सकें, और उससे अपनी फसल का लाभ प्राप्त हो सकें, जिससे उसकी आय में वर्द्धि हो सकें। साथ ही किसान अपनी फसल के उत्पादन में वर्द्धि ला सकें। इस पोर्टल के तहत सभी लाभार्थी किसानो को लाभ दिया जायेगा।
बता दें, सरकार ने गत वर्ष देखा की किसान समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने के लिए कृषि मंडी के जरिये ऑनलाइन आवेदन में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। अधिकांश तो ऐसे भी किसान थे जिनका पंजीकरण भी नहीं हुआ। था, इस वजह से वे सभी किसान अपनी फसल को समर्थन मूल्य से भी कम भाव पर अपनी फसल को बेचनी पड़ी थी।
इसी कारण उन किसानो को अपनी फसल का सही दाम नहीं मिल पाया और निराशा और हताश हो गए। इन सभी परेशानी को ध्यान में रखते हुए अब पंजीकरण की प्रक्रिया कृषि मंडी के जरिये न रखकर ऑनलाइन रखी गई है, जिससे अब किसान घर बैठे अपनी फसल के लिए पंजीयन करावा सकता है।
मध्य प्रदेश ई उपार्जन पोर्टल के लाभ
- अब किसान अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर बेच सकता है।
- किसानो को अपनी फसल का सही दाम मिल सकता है और अपनी आय को दुगुना बढ़ा सकता है।
- किसान अपनी फसल के लिए घर बैठे अपने कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन करावा सकते है।
- इस योजना का लाभ राज्य के सभी किसान उठा सकते है।
- गत वर्ष कृषि मंडी में ऑनलाइन पजीकरण के कारण हुई परेशानियां अब ख़त्म, क्योकि मध्य प्रदेश ई उपार्जन पोर्टल 2022 के माध्यम से किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
- किसानो को अब कृषि मंडी के बार बार चक्कर नहीं काटने पड़ेगे, अब किसानो का समय भी बचेगा।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं बेचने के लिए किसानो को तीन तारीखें बतानी होगी जिसमे वह अपना अनाज लेकर खरीदी केन्द्र पर जाना होगा।
- अब राज्य के किसान मोबाइल ऐप के जरिये भी लाभ ले सकते है।
MP E Uparjan Portal पर मिलने वाली सेवाएं
STATE USER
- मुख्यमंत्री कार्यालय
- खाद्य मंत्री
- मुख्य सचिव कार्यालय
- मुख्य सचिव कार्यालय
- कृषि उत्पादन आयुक्त
- प्रमुख सचिव को-ऑपरेटिव
- प्रमुख सचिव कृषि
- प्रमुख सचिव खाद्य
- प्रमुख सचिव वित्त
- प्रमुख सचिव राजस्व
- सचिव खाद्य
- आयुक्त खाद्य
- कपास
- रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसाईटी
- म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन
- म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन(वित्)
- संचालक कृषि
- आयुक्त भू-अभिलेख
- नाफेड
- अपेक्स बैंक
- मंडी बोर्ड
- म.प्र.राज्य सहकारी विपणन संघ
- म.प्र.राज्य सहकारी विपणन संघ(वित्)
- भारतीय खाद्य निगम
- म.प्र.वेयरहॉसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन
- पब्लिक रिलेशन
DISTRICT USER
- आयुक्त संभाग
- कलेक्टर
- एस.डी.एम.
- एस.डी.ओ. फारेस्ट
- रिजनल मैनेजर(एम.पी.एस.सी.सी)
- ज़ोनल मैनेजर मार्कफेड
- जिला मैनेजर (एम.पी.एस.सी.सी)
- डी.एम.ओ (मार्कफेड)
- प्रबंधक(एम.पी.ड्ब्लू.एल.सी)
- डी.एस.ओ
- जे.एस.ओ/ए.एस.ओ
- डी.आर को-ऑपरेटिव
- प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम
- सिंचाई विभाग
- जिला केन्द्रिय सहकारी बैंक
- कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक(ARDB)
- डी.आई.ओ
- सी.ई.ओ जिला पंचायत
- उप-संचालक कृषि
- प्रबंधक नाफेड
OTHER USER
- उपार्जन केन्द्र(ग्रीष्म कालीन मुंग)
- पंजीयन केन्द्र(ग्रीष्म कालीन मुंग)
- सर्वेयोर (ग्रीष्म कालीन मुंग)
- पेक्स सोसाइटी (ग्रीष्म कालीन मुंग)
- उपार्जन केन्द्र(गेहूं)
- उपार्जन केन्द्र(चना,मसूर,सरसों )
- सर्वेयोर गेहूं
- सर्वेयोर (चना,मसूर,सरसों )
- पंजीयन केन्द्र
- पंजीयन केन्द्र किओस्क
- तौल कांटा विभाग
- समिति
- तहसीलदार
- नायब तहसीलदार
- एडमिनिस्ट्रेटर
- डाटा क्लीनिंग
- कॉल सेंटर
- जिला केन्द्रिय सहकारी ब्रांच
- एस.बी.आई. बैंक खाता सत्यापन
- महालेखाकार
एमपी ई-उपार्जन पोर्टल 2022 पंजीकरण के लिए जरूरी दिशा-निर्देश/पात्रता
- इस योजना में आवेदन करने के लिए किसान को मध्य प्रदेश राज्य का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक के पास आधार अथवा समग्र आईडी होनी चाहिए, यदि नहीं है तो एमपी ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कर सकता।
- MP के किसान अपने आधार कार्ड नंबर और समग्र आईडी से ऑनलाइन पंजीयन कर सकते है।
- जिनके पास समग्र आईडी नहीं है वह पहले समग्र आईडी के लिए आवेदन करें।
- आवेदनकर्ता द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण करते समय आपके द्वारा बैंक खाते की जो जानकारी दर्ज की कई है उसकी एक बार जांच जरूर कर लें।
- MP E Uparjan पंजीकरण के लिए मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है और वह मोबाइल नंबर आधार कार्ड से और बैंक खाते से लिंक होना चाहिए।
- पंजीकरण करने के बाद आपको एक रसीद दी जाएगी जिसे अपने पास संभाल कर रख लें। पावती प्रिंट करें तथा खरीदी के समय पावती ले जाना अनिवार्य है।
E-Panjiyan MP के लिए जरुरी दस्तावेज क्या है?
आधार कार्ड | समग्र आईडी |
निवास प्रमाण पत्र | ऋणपुस्तिका |
बैंक अकाउंट पासबुक | मोबाइल नंबर |
पासपोर्ट साइज फोटो |
एमपी ई उपार्जन खरीद केंद्र की प्रक्रिया (Process)
- सबसे पहले किसान को खरीद केंद्र पर जाना होगा।
- फिर किसान को अपना पंजीकरण करवाना होगा।
- इसके बाद किसान को एक रजिस्ट्रेशन कोड मिलेगा, इसे संभाल कर रख लें।
- अब किसान को गेहूं की खरीद की तिथि की जानकारी प्रदान करने के लिए मोबाइल नंबर पर SMS भेजा जायेगा।
- किसान को खरीद केंद्र पर खरीद की तिथि पर फसल लेकर जाना होगा।
- इसके बाद किसानो की गेहूं की खरीद कर ली जाएगी और किसान को एक रसीद प्राप्त होगी।
- इसके बाद आपके बैंक खाते में गेहूं खरीद की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
एमपी ई-उपार्जन ऑनलाइन पंजीयन कैसे करे?
- सबसे पहले पहले आवेदक को एमपी ई उपार्जन पोर्टल की आधिकारिक पोर्टल पर जाना है।
- अब आपके सामने एक ई उपार्जन पोर्टल का होम पेज ओपन हो जायेगे, जिसमे सारी सेवायें उपलब्ध है।
- MP E Uparjan 2022 Registration के लिए होम पेज पर रबी 2022 -2023 का विकल्प दिखाई देगा। इस विकल्प पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने एक पेज ओपन होगा।
- इस पेज पर आपको “किसान पंजीयन /आवेदन सर्च का ” का विकल्प दिखाई देगा। इस विकल्प पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने एक पेज ओपन होगा जिसमे एक फॉर्म दिखाई देगा।
- इस फॉर्म में पूछी गई जानकारी जैसे कि किसान का नाम, किसान के पिता/पति का नाम, समग्र आईडी, मोबाइल न, जिला, तहसील, ग्राम, पंजीयन केंद्र, बैंक, ब्रांच, IFSC Code कोड, अकाउंट नं, आवेदन/पंजीयन कोड., पंजीयन का प्रकार, ये सभी जानकारी भरनी होगी।
- सभी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना है।
- इन आसान स्टेप को फॉलो करके आप अपने आवेदन को सफलतापूर्वक सबमिट कर सकते है।